
मुंबई। अपने दो दशक से लंबे फिल्मी सफर के दौरान विवादों से कई बार घिर चुके बॉलीवुड अभिनेता संजय दत्त का आज 50वां जन्मदिन है। इस मौके पर दत्त ने कहा कि वह भूत को भूलकर भविष्य में आजाद जिंदगी जीना चाहते हैं और यही उनके जन्मदिन का सबसे बड़ा तोहफा होगा।
दक्षिणी अफ्रीकी शहर केपटाउन से संजय ने कहा कि पिछले 18 वर्षो से मैं अपनी आजादी के लिए लड़ रहा हूं। मैं अब आजाद होना चाहता हूं। दत्त वर्ष 1993 में मुंबई में हुए विस्फोटों और मादक पदार्थ के सेवन से जुड़ेमामलों में लंबे समय से कानूनी लड़ाई लड़ रहे हैं। इस दौरान उनकी निजी जिंदगी में भी बहुत-उतार चढ़ावा आया। उन्होंने कहा कि मैं किसी भी दूतावास जाकर अपना वीजा लेना चाहता हूं। मैं अपना पासपोर्ट अपने पास रखना चाहता हूं। मैं अपने मुताबिक किसी भी देश का दौरा करने की आजादी चाहता हूं। सबसे ज्यादा अहम है कि मैं चाहता हूं कि अदालती मामले खत्म हो जाएं। इन दिनों संजय अपनी आगामी फिल्म नो प्रॉब्लम की शूटिंग में व्यस्त हैं। उनका कहना है कि क्या आप मेरे जन्मदिन पर मेरी आजादी मुझे दे सकते हैं? इसके अलावा भगवान मुझे मान्यता के रूप में सबसे बड़ा तोहफा दे चुका है। मैं बहुत खुशनसीब हूं कि मान्यता मेरे साथ है।
वह चाहते हैं कि उनके 50वें जन्मदिन के मौके पर उनकी दोनों बहनें प्रिया और नम्रता भी उनके साथ हों। संजय ने कहा कि उन्होंने अपनी दोनों बहनों को आमंत्रित भी किया है। वह फिलहाल कोई जश्रन् नहीं मनाएंगे। उन्होंने कहा कि जब तक समाजवादी पार्टी (सपा) के महासचिव अमर सिंह पूरी तरह स्वस्थ नहीं हो जाते तब तक मैं कोई जश्रन् नहीं मनाऊंगा। वह एक बार दिल्ली आ जाएंगे तो उनके साथ ही जन्मदिन का जश्रन् मनाऊंगा।
दक्षिणी अफ्रीकी शहर केपटाउन से संजय ने कहा कि पिछले 18 वर्षो से मैं अपनी आजादी के लिए लड़ रहा हूं। मैं अब आजाद होना चाहता हूं। दत्त वर्ष 1993 में मुंबई में हुए विस्फोटों और मादक पदार्थ के सेवन से जुड़ेमामलों में लंबे समय से कानूनी लड़ाई लड़ रहे हैं। इस दौरान उनकी निजी जिंदगी में भी बहुत-उतार चढ़ावा आया। उन्होंने कहा कि मैं किसी भी दूतावास जाकर अपना वीजा लेना चाहता हूं। मैं अपना पासपोर्ट अपने पास रखना चाहता हूं। मैं अपने मुताबिक किसी भी देश का दौरा करने की आजादी चाहता हूं। सबसे ज्यादा अहम है कि मैं चाहता हूं कि अदालती मामले खत्म हो जाएं। इन दिनों संजय अपनी आगामी फिल्म नो प्रॉब्लम की शूटिंग में व्यस्त हैं। उनका कहना है कि क्या आप मेरे जन्मदिन पर मेरी आजादी मुझे दे सकते हैं? इसके अलावा भगवान मुझे मान्यता के रूप में सबसे बड़ा तोहफा दे चुका है। मैं बहुत खुशनसीब हूं कि मान्यता मेरे साथ है।
वह चाहते हैं कि उनके 50वें जन्मदिन के मौके पर उनकी दोनों बहनें प्रिया और नम्रता भी उनके साथ हों। संजय ने कहा कि उन्होंने अपनी दोनों बहनों को आमंत्रित भी किया है। वह फिलहाल कोई जश्रन् नहीं मनाएंगे। उन्होंने कहा कि जब तक समाजवादी पार्टी (सपा) के महासचिव अमर सिंह पूरी तरह स्वस्थ नहीं हो जाते तब तक मैं कोई जश्रन् नहीं मनाऊंगा। वह एक बार दिल्ली आ जाएंगे तो उनके साथ ही जन्मदिन का जश्रन् मनाऊंगा।
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